मेरठ से सटे मवाना के सीना गांव निवासी शिवम मावी गली क्रिकेट से भारतीय टीम तक का सफर तय कर चुके हैं। उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए 16 सदस्यीय टीम में चुना गया है। जीत के जश्न का नजारा गांव से लेकर नोएडा तक देखने को मिल रहा है।
शिवम को आईपीएल और रणजी में अच्छे प्रदर्शन का इनाम मिला है। शिवम केवल 7 साल का था जब वह नोएडा में शिफ्ट हुआ था। उसके पिता ने बताया कि वह बेहतर शिक्षा के लिए नोएडा शिफ्ट हो गया था। उसका मन शिवम को डॉक्टर और इंजीनियर बनाने का था।
नोएडा में गली क्रिकेट खेलते हुए पड़ोसियों ने उसकी प्रतिभा को पहचाना। लोगों के कहने पर 10 साल की उम्र में उन्हें कोच फूलचंद शर्मा की देखरेख में कार्ल हूपर एकेडमी में भर्ती कराया गया। गेंदबाजी में दिलचस्पी होने के कारण शिवम ने क्रिकेट की शुरुआत अंडर-14 और अंडर-16 से की थी।
शिवम के दो भाई-बहन भी हैं और बड़ी बहन शालू एमए के बाद बीएड कर रही है। शिवम बीबीए के बाद एमबीए कर रहा है और मां प्रेग्नेंट है। उनकी प्राथमिक स्तर की शिक्षा ग्राम सीना में हुई। टी20 में चयनित होने के बाद पूरे गांव में जश्न का माहौल है।
पिछले चार साल शिवम के लिए सुनहरे रहे हैं। उन्हें 2018 अंडर-19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था, जो एक बड़ी उपलब्धि थी। रणजी और आईपीएल में जगह बनाने में कामयाब रहे। आईपीएल में 2018 से 2021 तक कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम से खेले और शानदार प्रदर्शन किया।
इस खिलाड़ी को गुजरात टाइटंस ने 6 करोड़ रुपए में खरीदा है। इंडिया ए टीम में साउथ अफ्रीका के खिलाफ चतुष्कोणीय सीरीज खेली, विजय हजारे ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश में खेली। एक बार हैट्रिक और एक बार पांच विकेट।
लोगों का कहना है कि उनका टी20 के लिए भारतीय टीम में चयन बड़ी बात है। एक नौजवान जो नोएडा की गलियों से निकलकर भारतीय टीम का हिस्सा बनने जा रहा है।