पहले वनडे में मिली हार के बाद श्रेयस अय्यर ने तोड़ी चुप्पी, इसकी वजह से भारत हारा मैच

श्रेयस अय्यर: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की ऑस्ट्रेलियाई सीरीज (IND vs NZ) से पहले न्यूजीलैंड ने भारत को सात विकेट से हरा दिया। टास्क गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने न्यूजीलैंड के सामने 307 रन का टारगेट रखा था।

जवाब में कीवी टीम ने केन विलियमसन और टॉम लैथम के बीच 221 रन की साझेदारी की बदौलत लक्ष्य को सात विकेट रहते ही हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ही न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है।

हार से सबक लेने की है ज़रूरत

इस मैच में श्रेयस अय्यर ने 77 गेंदों में 80 रनों की लाजवाब पारी खेली थी। हालांकि मैच हारने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि वह अगले मैचों में वापसी करना चाहेंगे और सीरीज भी बचाना चाहेंगे। उन्होंने कहा“हम जिस स्थिति में थे और वहां से 307 तक पहुंचना सराहनीय है।

निश्चित रूप से, आज कुछ चीजें हमारे पक्ष में नहीं रहीं लेकिन यह सीखने की अवस्था है, हम आत्मनिरीक्षण कर सकते हैं, अगले गेम में नए विचारों के साथ वापस आ सकते हैं।”श्रेयस अय्यर ने बताया कि टीम को इस हार से सीख लेकर अगले मैच में सकारात्मक ऊर्जा के साथ वापसी करने की जरूरत है। उन्होंने कहा

उन्होंने कहा, ‘सीधे भारत से आकर यहां खेलना आसान नहीं है। हर जगह विकेट बदलते रहते हैं और यह एक चुनौती है जिसका आपको सामना करना है। आपको मानसिक रूप से मजबूत होना होगा, बस परिस्थितियों के अनुकूल होना होगा।

लाथम और विलियमसन ने दिखाया कमाल का खेल

श्रेयस अय्यर ने टॉम लैथम और केन विलियमसन की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा। “दोनों (लाथम और विलियमसन) ने शानदार पारियां खेलीं। उन्हें पता था कि किस गेंदबाज को किस समय निशाना बनाना है। मेरा मानना है कि उनकी साझेदारी ने खेल के परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया।

और यह हमारे लिए विकेट हासिल करने का एक महत्वपूर्ण चरण था। अगर हमें एक विकेट मिल जाता तो शायद हम वापसी कर सकते थे और स्थिति बिल्कुल अलग हो सकती थी। लेकिन उनकी तारीफ करनी होगी, उन्होंने उन ढीली गेंदों को चौकों और छक्कों में बदल दिया। वह अपने दृष्टिकोण में निडर थे और मुझे लगता है कि इससे उन्हें मदद मिली।

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