भारतीय तेज गेंदबाज उमरान मलिक इन दिनों अपनी तेज गेंदबाजी को लेकर चर्चा में हैं। वह लगातार 150 से ऊपर की गति से गेंदबाजी करते हैं। क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के नाम है।
उन्होंने 2003 वर्ल्ड कप के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। हाल इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए उमरान मलिक को सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है। हालांकि पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज आकिब जावेद की राय इससे अलग है।
उनके मुताबिक उमरान मलिक पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हैरिस रऊफ जितने फिट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उमरान की रफ्तार 150 किमी प्रति घंटा से घटकर 136 किमी प्रति घंटा हो जाती है। जबकि हैरिस के साथ ऐसा नहीं है।
पाकिस्तान के एक डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म से इवेंट्स एंड हैपनिंग्स से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, उमर मलिक और हारिस रऊफ की तुलना करना विराट कोहली की दुनिया के बाकी बल्लेबाजों से तुलना करने जैसा है।
दरअसल आकिब कहना चाहते थे कि विराट का बैटिंग में वही रुतबा है, जो बॉलिंग में हारिस रऊफ का है. यानी उनका इशारा हारिस रऊफ को विराट कोहली बताने का था। उन्होंने आगे कहा
“उमरन मलिक पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ की तरह प्रशिक्षित और फिट नहीं हैं। अगर हम वनडे में उमरान को देखें तो वह अपने पहले स्पैल में 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं।
लेकिन सातवें या आठवें ओवर तक उसकी गति 138 पर ही बनी रहती है। यह विराट कोहली और दुनिया के बाकी बल्लेबाजों की तरह ही है। हारिस अपनी डाइट और ट्रेनिंग को लेकर काफी अनुशासित हैं। मैंने एक भी पाकिस्तानी गेंदबाज नहीं देखा जो हारिस की तरह डाइट लेता हो।
160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करना मेरे लिए मायने नहीं रखता। मेरे लिए पूरे मैच में एक ही गति से गेंदबाजी करना ज्यादा महत्वपूर्ण है। गौरतलब है कि भारत की ओर से सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड अब उमरान मलिक के नाम है।
उन्होंने यह कारनामा श्रीलंका के खिलाफ मुंबई में खेले गए पहले टी20 मैच के दौरान किया था। उन्होंने 156 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या वो आने वाले समय में शोएब अख्तर के इस रिकॉर्ड को तोड़ पाते हैं या नहीं।