भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जाएगा। पहले यह मैच हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के धर्मशाला स्टेडियम में होना था, लेकिन अब यह इंदौर में होगा। इस बात की जानकारी खुद बीसीसीआई ने ट्वीट कर दी है।
यह मैच 1 मार्च से 5 मार्च तक खेला जाएगा। बीसीसीआई ने जानकारी दी है कि हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम के कारण घास ठीक से मैदान में नहीं आई है और इसे पूरी तरह से आने में समय लगेगा। इस वजह से अब मैच इंदौर में खेला जाएगा।
बॉर्डर गावस्कर सीरीज का बकाया शेड्यूल
तारीख | मैच | मैदान |
17 – 21 फरवरी | दूसरा टेस्ट | दिल्ली |
1-5 मार्च | तीसरा टेस्ट | इंदौर |
9-13 मार्च | चौथा टेस्ट | अहमदाबाद |
एक साल पहले धर्मशाला में हुआ था आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच
भारतीय टीम आखिरी बार धर्मशाला के मैदान पर पिछले साल फरवरी के महीने में खेली थी। श्रीलंका के खिलाफ दो टी20 मैच इसी मैदान पर खेले गए थे। इसके बाद हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने मैदान में नया ड्रेनेज सिस्टम लगाने का फैसला किया। इस वजह से पूरे खेत की खुदाई की गई।
अब यह काम तो पूरा हो गया है, लेकिन खेत में घास ठीक से नहीं आई है। अभी कई जगह घास आना बाकी है। इस मैदान की मिट्टी में बालू की मात्रा अधिक होती है। ऐसे में टेस्ट मैच की मेजबानी के लिए मोटी घास की जरूरत है। क्योंकि टेस्ट मैच पांच दिनों तक चलते हैं।
और घास कम होने पर खिलाड़ी फील्डिंग के दौरान चोटिल हो सकते हैं। इसी वजह से इस मैच को इंदौर में कराने का फैसला किया गया है।
धर्मशाला में मैदान तो पूरी तरह तैयार है, लेकिन यहां मौसम खराब है। ठंड और बर्फबारी के कारण यहां घास नहीं आ रही है। इस वजह से यहां से टेस्ट मैच की मेजबानी छिन गई है।
क्यों बदला गया ड्रेनेज सिस्टम?
धर्मशाला में अक्सर बारिश होती है। यहां के मौसम की सटीक भविष्यवाणी करना मुश्किल है। कई मैचों में बारिश के कारण खेल गंवाना पड़ा और ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं होने के कारण बारिश रुकने के बाद भी मैच शुरू होने में देरी हुई।
इस कारण ड्रेनेज सिस्टम में बदलाव किया गया है। अब बारिश थमने के तुरंत बाद मैच शुरू होगा। ऐसे में धर्मशाला को बड़े मैचों की मेजबानी भी मिलेगी, क्योंकि यह दुनिया के सबसे खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियमों में से एक है।