बाबर आजम के दोस्त हैं हसन अली, इसलिए खिलाया खिला, जानिए पूरी खबर

मुंबई, तीन जनवरी (भाषा) भारतीय टी20 टीम के नवनियुक्त उपकप्तान सूर्यकुमार यादव ने श्रीलंका के खिलाफ टी20 श्रृंखला से पहले वानखेड़े स्टेडियम में अभ्यास सत्र के दौरान कुछ हैरतअंगेज शॉट खेले। 2022 में सफेद गेंद के क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले सूर्य को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए चयन समिति ने टी20 टीम का उपकप्तान बनाकर पुरस्कृत किया।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने वानखेड़े स्टेडियम में सूर्यकुमार का अभ्यास करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह नेट्स में कुछ शानदार शॉट खेलते हुए दिखाई दे रहे हैं।

वीडियो में कैप्शन दिया गया है:

नए साल की नई शुरुआत, श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए नया उप-कप्तान। वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया का पहला अभ्यास सत्र। भारत मंगलवार को वानखेड़े स्टेडियम में गत एशिया कप चैम्पियन श्रीलंका से एशिया कप में मिली हार का बदला चुकता करना चाहेगा।

न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान ने तेज गेंदबाज मोहम्मद वसीम जूनियर की जगह अनुभवी हसन अली को अंतिम एकादश में शामिल किया, लेकिन हसन अली पहली पारी में एक भी विकेट लेने में असफल रहे। जैसे ही वह अंतिम एकादश में आए, कुछ प्रशंसकों और विशेषज्ञों ने उनके चयन पर सवाल उठाना शुरू कर दिया।

इसी कड़ी में पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया ने भी हसन अली के चयन पर सवाल उठाया है। अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कनेरिया ने कहा कि हसन अली बाबर आजम के दोस्त हैं इसलिए उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई है. कनेरिया ने कहा, ‘हसन अली अंतिम एकादश का हिस्सा बनने के लायक नहीं थे।

मोहम्मद वसीम जूनियर को बिना किसी कारण के बाहर कर दिया गया। हसन अली को सिर्फ इसलिए चुना गया क्योंकि वह बाबर आजम के अच्छे दोस्त हैं। साथ ही, उन्होंने एक अतिरिक्त स्पिनर नहीं खेला। वे कौन लोग हैं जो उन्हें इस तरह के फैसलों की मंजूरी देते हैं।

आगे बात करते हुए कनेरिया ने कहा, ‘पाकिस्तान टर्निंग ट्रैक बनाने से बहुत डरता है, क्योंकि न्यूजीलैंड के पास तीन स्पिनर हैं। ये लोग कहते हैं कि हमारे बल्लेबाज स्पिन को बहुत अच्छा खेलते हैं।

लेकिन सच यह है कि हम किसी भी तरह के गेंदबाज को अच्छी तरह नहीं खेल पाते हैं। ईमानदारी से कहूं तो हम अच्छी क्रिकेट नहीं खेलते हैं। हमारी मानसिकता गलत है।

कनेरिया की बातों में कहीं न कहीं सच्चाई है क्योंकि कई टीमें लंबे समय से पाकिस्तान का दौरा कर रही हैं लेकिन पाकिस्तान की पिचें जितनी नीरस हैं और ऐसी पिचों की लगातार आलोचना हो रही है। ऐसे में नजम सेठी के आने के बाद कोई बदलाव देखने को मिलेगा या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा।

 

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