नमस्ते दोस्तों! आईपीएल 2024 का सीजन चल रहा है और खिलाड़ियों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। आगामी मुकाबला बुधवार को मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच होगा, जिसमें दोनों टीमें एक-दूसरे पर भारी पड़ने की कोशिश करेंगी।
लेकिन इस मैच से पहले ही मंगलवार को कुछ ऐसा घटित हुआ, जिससे सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। किसी खिलाड़ी या अधिकारी से जुड़ा कोई विवादास्पद बयान या वीडियो सामने आया होगा, जिसपर लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की होंगी।
इस घटना से क्रिकेट प्रेमियों में काफी उत्साह और गुस्सा दोनों देखने को मिला होगा। कुछ लोग इस घटना का समर्थन कर रहे होंगे, तो कुछ इसके खिलाफ होंगे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस विषय पर गरमागरम बहस छिड़ी होगी।
हालांकि बिना पूरी जानकारी के इस घटना पर कुछ कहना मुश्किल है। लेकिन जो भी हुआ होगा, उससे यकीनन आईपीएल प्रेमियों में काफी गरमाहट आई होगी। अब देखना यह होगा कि आने वाले मैच इस घटना से कैसे प्रभावित होते हैं।
रोहित का फ्लाइंग किस सेंड-ऑफ
पूर्व मुंबई कप्तान रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को फ्लाइंग किस सेंड-ऑफ दिया। यह वही सेंड-ऑफ था, जिसे कोलकाता के हर्षित राणा ने पिछले मैच में मयंक को दिया था।
हर्षित का विवादित सेलिब्रेशन
आईपीएल 2024 के पहले मैच में, कोलकाता के खिलाफ हर्षित राणा ने मयंक को आउट किया था। इस पर उन्होंने फ्लाइंग किस सेलिब्रेशन किया था, जिसकी काफी आलोचना हुई थी।
सनराइजर्स ने हटाई तस्वीरें
मंगलवार को रोहित शर्मा ने भी वही फ्लाइंग किस सेलिब्रेशन मयंक के सामने किया, जिसपर मयंक भी हंसे। सनराइजर्स हैदराबाद ने इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाली, लेकिन बाद में उन्हें हटा दिया।
गावस्कर और बीसीसीआई ने की आलोचना
हर्षित के सेलिब्रेशन की पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर और बीसीसीआई ने भी आलोचना की थी। गावस्कर ने कहा था कि इस तरह के सेलिब्रेशन की जरूरत नहीं है। बीसीसीआई ने भी राणा पर जुर्माना लगाया था।
आप बिलकुल सही कह रहे हैं। क्रिकेट में जीत का जश्न मनाना एक स्वाभाविक बात है, लेकिन इसमें सीमा का पालन करना बेहद जरूरी है। खेल भावना और सम्मान से विचलित होने वाले किसी भी तरह के आचरण से बचना चाहिए।
रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल दोनों साथी खिलाड़ी और दोस्त हैं, इसलिए उनके बीच की मस्ती और मजाक को लेकर कोई आपत्ति नहीं है। दोस्तों के बीच ऐसी छोटी-मोटी मस्ती स्वाभाविक है। लेकिन अगर किसी सेलिब्रेशन से किसी और खिलाड़ी या टीम का अपमान होता है, या वह नस्लीय, धार्मिक या लैंगिक पूर्वाग्रहों से प्रेरित होता है, तो ऐसा व्यवहार बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।
खेल भावना का सम्मान करना और खिलाड़ियों से भी यही अपेक्षा की जाती है। अतिरंजित सेलिब्रेशन से खेल की छवि धूमिल होती है और दर्शकों के बीच गलत संदेश जाता है। इसलिए जीत का जश्न मनाते समय संयम बरतना महत्वपूर्ण है।
खेल आनंद लेने, मनोरंजन करने और एकता बढ़ाने का माध्यम है। अतः खिलाड़ियों को अपने व्यवहार से इस भावना को बनाए रखना चाहिए। सेलिब्रेशन आनंददायक हो, लेकिन किसी का अपमान न हो, यही उचित रवैया है।