प्लास्टिक बॉल से टीम इंडिया तक, इस वजह से जितेश बने क्रिकेटर, जानिये पूरी खबर

महाराष्ट्र के विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल हैं। उन्हें श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के लिए भी चुना गया था लेकिन कोई मैच नहीं खेल सके।

28 साल के जितेश ने आईपीएल 2022 में पंजाब किंग्स के लिए अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से सुर्खियां बटोरी थीं। जितेश ने सीरीज शुरू होने से पहले खुलासा किया है कि उन्हें बचपन में क्रिकेट में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं थी।

जितेश ने बताया कि अतिरिक्त चार फीसदी अंक के लालच में ही उन्होंने स्कूल में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। जितेश ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में कहा, ‘मैं कभी क्रिकेट नहीं खेलना चाहता था। मुझे क्रिकेट में कभी दिलचस्पी नहीं थी।

मैं सिर्फ प्लास्टिक की गेंद से खेलता था। जब मैंने स्कूल में चार प्रतिशत अतिरिक्त नंबरों के लिए खेलना शुरू किया तो मेरे क्रिकेट में सुधार हुआ। हमारे महाराष्ट्र में अगर आप 10वीं क्लास में राज्य खेलते हैं तो आपको चार प्रतिशत अंक ज्यादा मिलते हैं।

विकेटकीपर ने कहा, ‘मैं स्कूल में फुटबॉल खेलता था। दोस्तों ने कहा कि स्कूल की क्रिकेट टीम अच्छा खेलती है। राज्य की टीम में चयनित होने पर हमें चार प्रतिशत अधिक अंक मिलेंगे। चार प्रतिशत के लालच में उसने स्कूल की टीम के लिए ट्रायल दिया और उनके पास विकेटकीपर नहीं था।

इसलिए मैंने उसके लिए हामी भर दी। मैंने कहा कि मैं विकेटकीपर हूं और उसी दिन से विकेटकीपिंग शुरू कर दी। मैंने 10वीं में स्टेट खेला था।” उन्होंने आगे कहा, “तब स्कूल के मैच क्लब ग्राउंड में होते थे। अमरावती में क्लब के कोच अमर मोरे ने कहा कि मुझे गंभीरता से क्रिकेट खेलना चाहिए।

मैंने उनसे कहा कि मैं डिफेंस ज्वाइन करना चाहता हूं। मुझे क्रिकेट में नहीं वायु सेना में दिलचस्पी है। उन्होंने फिर भी कहा कि अंडर-16 को ट्रायल दो। इसके बाद मैंने ट्रायल दिया और राज्य की अंडर-16 टीम में चयनित हो गया।

जितेश ने कहा, ’11वीं क्लास में मैंने कहा था कि मैं अब क्रिकेट नहीं खेलूंगा। लेकिन पापा ने कहा कि सिर्फ फिटनेस के लिए खेलते रहो। मैदान में जाने की आदत बनी रहेगी।  यदि आपको राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में परीक्षा देनी है तो भी आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है।

मेरा लक्ष्य 12वीं के बाद एनडीए की परीक्षा देना था। 12वीं में चार फीसदी नंबर के लालच में फिर क्रिकेट खेलता रहा। मैं राज्य की अंडर-19 टीम के लिए खेला। ऐसे में मेरी दिलचस्पी क्रिकेट में बढ़ गई।

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