दिल्ली के मुख्यमंत्री, अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उनकी गिरफ्तारी के बाद उठा सबसे बड़ा सवाल यह है कि अब दिल्ली सरकार का संचालन कौन करेगा। आम आदमी पार्टी (AAP) ने स्पष्ट किया है कि केजरीवाल अभी भी दिल्ली के मुख्यमंत्री बने रहेंगे और जेल से ही अपने कार्यालयीन कामकाज को संभालेंगे।
जेल से सरकार की कमान
आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए स्पष्ट किया कि गिरफ्तारी के बावजूद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे और जेल से ही अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। मंत्री आतिशी के अनुसार, इसके लिए कोई कानूनी बाधा नहीं है और केजरीवाल ने पहले से ही इसकी तैयारी की हुई थी।
इतिहास में एक नया पन्ना
इस घटनाक्रम से दिल्ली में राजनीतिक ड्रामे की संभावना बढ़ गई है। केजरीवाल की गिरफ्तारी उन्हें जेल में रहते हुए सेवा करने वाले पहले मुख्यमंत्री बना देती है। उनकी गिरफ्तारी शराब नीति घोटाले के संदर्भ में हुई है, जिसमें उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
आपको बता दें की इस मामले में, केजरीवाल की लीगल टीम ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है और 22 मार्च को इस पर सुनवाई होने वाली है।
राजनीति की नई दिशाएं
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी दिराजनीति की नई दिशाएं की राजनीति में एक नया मोड़ लेकर आई है। उनके जेल में रहते हुए भी मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने का निर्णय न केवल कानूनी पहलुओं पर बहस बढ़ाता है, बल्कि दिल्ली के नागरिकों के मन में भी कई प्रश्न उत्पन्न करता है।
आने वाले समय में, इस मामले का परिणाम न सिर्फ दिल्ली, बल्कि पूरे देश की राजनीति पर प्रभाव डाल सकता है। इस समय, सभी की निगाहें सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर टिकी हुई हैं, जो केजरीवाल और दिल्ली सरकार के भविष्य का निर्धारण करेगी।