Hyundai Ioniq 6 N: Hyundai ने अपने हाई-परफॉरमेंस N डिवीजन के अकॉर्डिंग Ioniq 6 N को 2025 Goodwood Festival of Speed में लॉन्च किया है। यह पूरी तरह इलेक्ट्रिक परफॉरमेंस सेडान न सिर्फ सड़कों के लिए साथ ही ट्रैक के लिए भी बनाया गया है। कार के दो इलेक्ट्रिक मोटर्स मिलकर 601bhp पावर और 740Nm टॉर्क जनरते करता हैं, और N Grin Boost मोड में यह 10 सेकंड के लिए 641bhp और 770Nm टॉर्क तक पहुंच जाता है। 0-100kmph का स्प्रिंट सिर्फ 3.2 सेकंड में पूरा करने वाली यह कार 257kmph की टॉप स्पीड तक पहुंच सकती है।
टेक्नोलॉजी
Hyundai ने Ioniq 6 N को ट्रैक पर बेहतर परफॉरमेंस देने के लिए बेहतरीन टेक्नोलॉजी से लॉन्च किया है। N बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम बैटरी को ओवरहीटिंग से बचाता है,और ड्रैग रेसिंग, स्प्रिंट व एंड्योरेंस रेसिंग के लिए ऑप्टिमाइज्ड है।
Hyundai ने Ioniq 6 N, N e-Shift सिस्टम ड्राइवरों को वर्चुअल गियर शिफ्टिंग का एक्सपीरियंस देता है, और रिडिज़ाइंड सस्पेंशन ज्योमेट्री और एक्यूस्टिक ट्यूनिंग कार को बेहतर हैंडलिंग और स्पोर्टी साउंड देता ते हैं। 84kWh की बैटरी लंबी दूरी के लिए भी उपयुक्त है।
डिज़ाइन
Hyundai Ioniq 6 N को Performance Blue Pearl कलर में लॉन्च किया गया है,जिसमें यूनिक पर्ल फिनिश दी गई है। कार के डिज़ाइन में एग्रेसिव फ्रंट ग्रिल, लार्जर एलॉय व्हील्स और ऑप्शनल कार्बन फाइबर एक्सटीरियर पैनल्स हैं।
Hyundai ने कार को पर्सनलाइज करने के लिए विभिन्न N परफॉरमेंस पार्ट्स के ऑप्शन भी दिए हैं, जिससे खरीदार अपनी पसंद के अनुसार कार को कस्टमाइज कर सकते हैं।
भारत में लॉन्च और प्राइस
Hyundai ने अभी तक Ioniq 6 N के भारतीय बाजार में लॉन्च की कोई आधिकारिक तारीख नहीं घोषित हुई है। कंपनी 2025 तक ग्लोबल मार्केट में इस कार को लॉन्च करने की योजना बना रही है। भारत में इसकी कीमत ₹70 लाख से ₹1 करोड़ के बीच होने की उम्मीद है। भारत में EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की सीमित उपलब्धता और उच्च कीमत इसकी बिक्री में चुनौती दे सकती है।
Hyundai Ioniq 6 N इलेक्ट्रिक परफॉरमेंस कारों के क्षेत्र में एक नया स्टॅण्डर्डेड सेट करता है। यह स्पीड, टेक्नोलॉजी और स्टाइल का शानदार मिक्सउप लॉन्च करता है। अगर Hyundai इसे भारत में प्रतिस्पर्धी मूल्य पर लॉन्च करती है, तो यह Tesla Model 3 Performance और BMW i4 जैसी कारों के लिए कड़ी टक्कर बन सकता है।
भारतीय बाजार में इसकी सफलता काफी हद तक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और उच्च कीमत को लेकर ग्राहकों की स्वीकार्यता पर निर्भर करेगी।