रविचंद्रन अश्विन मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे अनुभवी और सक्षम स्पिनरों में से एक हैं। उन्होंने कई मौकों पर अपने शानदार खेल का लाजवाब नजारा पेश किया है और टीम इंडिया को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया है। कुछ ऐसा ही उन्होंने भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में भी किया था।
जब टीम इंडिया के महज 74 के स्कोर पर 7 विकेट गिर चुके थे। इसके बाद अश्विन की शानदार बल्लेबाजी ने भारतीय टीम को जीत दिला दी।
इसी के चलते आज हम आपको ऐसे 3 मौकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जब रविचंद्रन अश्विन टीम इंडिया के लिए हनुमान बने और आपने अकेले दम पर टीम इंडिया को मुश्किल हालात से निकालकर जीत दिलाई। तो आइए जानते हैं।
1. सिडनी टेस्ट, 2020-21:-
बता दें कि साल 2021 में जनवरी में भारत ने टेस्ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। यहां सिडनी में 7 जनवरी से 11 जनवरी तक टेस्ट मैच खेले गए थे। इस मैच में रविचंद्रन अश्विन की वजह से ही टीम इंडिया मैच हारने से बच गई थी।
इस दौरान उन्होंने अपने शरीर पर कई बॉल्स खा ली थीं। बता दें कि इस मैच की पहली पारी में उन्होंने हनुमा विहारी के साथ 259 गेंदों में 62 रनों की साझेदारी की थी। और दूसरी पारी में नाबाद 39 रन बनाए।
2. टी-20 वर्ल्डकप 2022:-
ये अभी हाल की बात है जब ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप 2022 का आयोजन किया गया था. दरअसल, इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। इस मैच में दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। इसमें भारत को 160 रन का टारगेट मिला। इसमें विराट कोहली ने 82 रन की नाबाद पारी खेली।
लेकिन अंत में टीम इंडिया को 1 गेंद में 2 रन चाहिए थे। तब अश्विन ही इस मैच को जीत पाए थे। तब उन्होंने अच्छी सूझबूझ दिखाई थी, तब उन्होंने गेंद को वाइड आते हुए छोड़ दिया था, जिसके बाद मैच में 1 गेंद पर 1 रन आ गया था। इसके बाद अश्विन ने 1 रन बनाकर मैच जीत लिया।
3. मीरपुर, टेस्ट 2022:-
ये तो बस कल की और परसों की बात है। भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया को 145 रन का टारगेट मिला था। टीम इंडिया के महज 74 के स्कोर पर 7 विकेट गिर चुके थे।
इसके बाद उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर 42 रनों की तूफानी पारी खेली और भारत को वो मैच जिता दिया। इसी के साथ टीम इंडिया ने सीरीज पर भी कब्जा कर लिया।