मौजूदा समय में टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट टीम की ‘दीवार’ के तौर पर जाना जाता है. लेकिन अगर इस समय टीम इंडिया में सक्रिय खिलाड़ी की बात करें तो चेतेश्वर पुजारा को टीम इंडिया की ‘नई दीवार’ कहा जा सकता है।
क्योंकि चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक क्रीज पर टिके रहने वाले और टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी माने जाते हैं। जिस तरह राहुल द्रविड़ को किसी भी बल्लेबाज को आउट करना मुश्किल था, उसी तरह चेतेश्वर पुजारा को आउट करना आसान काम नहीं है।
इसका ताजा उदाहरण उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले मैच में बखूबी दिया है। सीरीज की पहली दो पारियों में पुजारा ने काबिले तारीफ प्रदर्शन किया है और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने का काम किया है।आपको बता दें कि चेतेश्वर पुजारा ने जहां पहली पारी में 203 गेंदों का सामना करते हुए 90 रन बनाए।
और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया वहीं दूसरी पारी में भी पुजारा ने शानदार शतक जड़कर इतिहास रच दिया. दूसरी पारी में पुजारा ने 130 गेंदों में 102 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 13 चौके लगाए। वहीं, आपको बता दें कि यह शतक पुजारा का अब तक का सबसे तेज शतक है।
भारतीय टीम के लिए पुजारा का यह शतक 3 साल 11 महीने बाद आया है। यह चेतेश्वर पुजारा का 19वां शतक है। पुजारा का यह 19वां शतक 29 टेस्ट और 52 पारियों के बाद आया है।उन्होंने अपना आखिरी शतक 3 जनवरी 2019 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में लगाया था।